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counter strike cd key

COUNTER STRIKE CD KEY COUNTER STRIKE : CONDITION ZERO CD KEY [ ORIGINAL ] Ø     5rp2e-eph3k-br3lg-kmgde-fn8py Ø     5RP2E-EPH3K-BR3LGKMGDE-FN8PY Ø     5Z62E-94JDV-79NAM-ZJVE6-ARBWY Ø     5Z82G-NP2YH-22NIV-ITXEL-WYAKX Ø     5zc2f-kzzr7-4527r-f26lw-vr2wb Ø     5Z522-HK3KP-RPR6K-YCXP3-C6DMT
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BIRD

"लगभग हर साल 1000 पक्षी शीसे वाली खिड़कीयों से टक्कर होने के कारण मारे जाते हैं." "विश्व में पक्षियों की 8650 प्रजातियाँ हैं जिन में से 1230 भारत में पाई जाती हैं।" "फिलिपिन्स में पाया जाने वाला बोया पक्षी प्रकाश में रहने का इतना शौकीन होता है कि अपने घोंसले के चारो और जुगनु भरकर लटका देता है." "तोतो की तकरीबन 320 प्रजातीया पाई जाती है." "न्युजीलैंड़ के कई पक्षी अंन्धे होते है." "सुतरमुर्ग पक्षी का अंडा उबालने में 4 घंटे लगते है." "एक मां मुर्गी दिन में लगभग 50 बार अपने अंडे को हिलाती है ताकि उसकी जर्दी उसके cell से न लग जाए.". "एक मुर्गी को 12 अंडे देने के लिए लगभग 1.5 किलो खुराक की आवश्कता होती है." "तोते बहुत तरह के शब्द सही बोल लेते है. मगर तोते केवल वही शब्द सीखते है जो इन्हें सिखाए जाते है जा फिर यह नकल करते है. जंगली तोते नकल नही कर सकते. सिर्फ पालतु तोते ही नकल कर सकते है. अफरीका के भूरे तोते सबसे ज्यादा नकलची होते है." "जितने भी तोते घर में पिंजरे के अंदर रखने के लिए पकड़े जा

BEAR

"‘Bear’ अंग्रजी का एक पुराना शब्द है जिसका अर्थ है – ‘चमकता भुरा.’"      "भालू कभी भी ऑस्ट्रेलीया और अंटारकटिका में नही रहे. हालांकि अफ्रीका में भी वर्तमान समय में भालू नही पाए जाते. पर भालुयों के अधिकतर कंकाल अफ्रका से ही मिले है. वैज्ञानिक अभी भी अनजान है कि यह अब अफरीका में क्यों नही रह रहे." "दक्षिण अमरीकी भालु एकलौते भालू है जो कि रात्रि को अधिक क्रियाशील होते हैं." "ध्रुवीय भालुयों की चमड़ी के एक इंच वर्ग के क्षेत्र में 9600 के लगभग बाल होते हैं." "भालूयों के पैरों के अगले पंजो, पिछले पंजो से अधिक बड़े होते है "किसी भालु के दांतो में छोटे-छोटे छल्लों की माइक्रोस्कोप की सहायता से गणना करके उसकी आयु का अंदाजा लगाया जा सकता है."         "भालुयों के खालों की परते होती है. छोटी परत उसे गर्म रखती है जबकि बड़ी परत उसकी चमड़ी और खाल की छोटी परत को पानी से बचाती है."            "भालु बहुत ही बुद्धीमान जीव होते है. अगर किसी शिकारी ने इनका शिकार करने के लिए कोई चारा डाला हो तो भालु इसे अच्छी तरह से समझ जाते हैं

BAT

" चमगादड गुफा से निकलते समय हमेसा बाएँ हाथ मुडते है." "चमगादड़ों की एक छोटी बस्ती एक साल में 1000 किलो कीड़े जा 6 करोड़ खटमल खा सकती है." "एक चमगादड़ एक घंटे में 600 खटमल तक खा सकता है जो एक मनुष्य के एक रात में 18 पीजा खाने के बराबर है." "एक सरवे के अनुसार लगभग 140 बड़े भूरे चमगादड़ एक गर्मी के मौसम में बहुत सारे ऐसे कीटो के खा सकते है जो खीरो को नुकसान पहुँचाते है और इससे किसानो के 51 करोड़ रूपये बचते हैं." "दुनिया के सबसे लंम्बे चमगादड़ के पंखो की लंम्बाई 5 से 6 फुट तक की है." "संसार में लगभग चमगादड़ों की 1100 प्रजातीयाँ पाई जाती है." "कुछ पौदों के बीज पुंगरते ही नही अगर वह चमगादडों की पाचन प्रणाली से न गुजरें इसके इलाव चमगादड़ जो पका हुआ फल खाते है उनके बीज भी फैला देते है. लगभग 95% उष्णकटिबंधीय वर्षावनों का वनीकरण चमगादड़ों द्वारा फैलाये गये बीजो से हुआ है." "चमगादड़ों की सबसे बड़ी गुफा Texax में है और इसमें2 करोड़ के करीब चमगादड़ रहते है.यह हर रोज 2 लाख किलो खटमल खा जाते हैं." "कुछ सफेद

MISTRIUS CAVE

भारत की 15 रहस्यमयी गुफाओं का रहस्य जानिए... अभगच्छत राजेन्द्र देविकां विश्रुताम्। प्रसूर्तित्र विप्राणां श्रूयते भरतर्षभ॥- महाभारत अर्थात्- सप्तचरुतीर्थ के पास वितस्ता नदी की शाखा देविका नदी के तट पर मनुष्य जाति की उत्पत्ति हुई। प्रमाण यही बताते हैं कि आदि सृष्टि की उत्पत्ति भारत के उत्तराखंड अर्थात इस ब्रह्मावर्त क्षेत्र में ही हुई।   प्रारंभिक मानव गुफा में रहता था? उल्लेखनीय है कि वैज्ञानिकों ने दुनिया की सबसे प्राचीन पहाड़ी अरावली और सतपुड़ा की पहाड़ियों को माना है। यूनान के लोगों की धारणा थी कि उनके देवता गुफाओं में ही रहते थे। इसी प्रकार रोम के लोगों का मानना था कि गुफाओं में परियां तथा जादू-टोना करने वाले लोग रहते हैं। फारस के लोग मानते थे कि गुफाओं में देवताओं का वास होता है। आज का विज्ञान कहता है कि गुफाओं में एलियंस रहते थे। गुफाओं का इतिहास सदियों पुराना है। पाषाण युग में मानव गुफाओं में रहता था। आमतौर पर पहाड़ों को खोदकर बनाई गई जगह को गुफा कहते हैं, लेकिन गुफाएं केवल पहाड़ों पर ही निर्मित नहीं होती हैं यह जमीन के भीतर भी बनाई जातीं और प्राकृतिक रूप से भी बनती हैं।

 मेरू रिलीजन स्पॉट, कैलाश पर्वत (Meru religion spot Mount kailash)

 मेरू रिलीजन स्पॉट, कैलाश पर्वत (Meru religion spot Mount kailash) हिमालय पर्वत के उच्चतम श्रंखला में मानसरोवर में यह बहुत पवित्र जगह है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यहां भगवान महादेव स्वंय विराजमान हैं। यह धरती का केंद्र है। दुनिया के सबसे ऊंचे स्थान पर स्थित कैलाश मानसरोवर के पास ही कैलाश और आगे मेरू पर्वत स्थित हैं। यह संपूर्ण क्षेत्र शिव और देवलोक कहा गया है। रहस्य और चमत्कार से परिपूर्ण इस स्थान की महिमा वेद और पुराणों में भरी पड़ी है।     कैलाश पर्वत समुद्र सतह से 22,068 फुट ऊंचा है तथा हिमालय के उत्तरी क्षेत्र में तिब्बत में स्थित है। चूंकि तिब्बत चीन के अधीन है अतः कैलाश चीन में आता है, जो चार धर्मों- तिब्बती धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म और हिन्दू का आध्यात्मिक केंद्र है। कैलाश पर्वत की 4 दिशाओं से 4 नदियों का उद्गम हुआ है- ब्रह्मपुत्र, सिंधु, सतलुज व करनाली।

KANYAKUMARI DEVI TEMPLE

कन्याकुमारी देवी मंदिर,  (Kanyakumari Devi Temple) कन्याकुमारी प्वांइट को इंडिया का सबसे निचला हिस्सा माना जा है। यहां समुद्र तट पर ही कुमारी देवी का मंदिर है। यहां मां पार्वती के कन्या रूप को पूजा जाता है। यह देश में एकमात्र ऐसी जगह है जहां मंदिर में प्रवेश करने के लिए पुरूषों को कमर से ऊपर के क्लॉथ्स उतारने होंगे। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस स्थान पर देवी का विवाह संपन्न न हाे पाने के कारण बचे हुए दाल-चावन बाद में कंकड़-पत्थर बन गए। कहा जाता है इसलिए ही कन्याकुमारी के बीच या रेत में दाल और चावल के रंग-रूप वाले कंकड़ बहुत मिलते हैं। आश्चर्य भरा सवाल तो यह भी है कि ये कंकड़-पत्थर दाल या चावल के आकार जितने ही देखे जा सकते हैं।   प्राकृतिक सौंदर्य : यदि आप मंदिर दर्शन को गए हैं तो यहां सूर्योदय और सूर्यास्त भी देखें। कन्याकुमारी अपने ‘सनराइज’ दृश्य के लिए काफी प्रसिद्ध है। सुबह हर विश्रामालय की छत पर टूरिस्टों की भारी भीड़ सूरज की अगवानी के लिए जमा हो जाती है। शाम को अरब सागर में डूबते सूरज को देखना भी यादगार होता है। उत्तर की ओर करीब 2-3 किलोमीटर दूर एक सनसेट प्वॉइंट भी यहां है